सफेद मूसली मानसिक तनाव, चिंता, कामोत्तेजक प्रभाव, पुरुष हार्मोन, प्रतिरक्षा प्रणाली आदि में बहुत फायदेमंद है। सफेद मूसली एक आयुर्वेदिक औषधि के रूप में लोकप्रिय है। यह भी एक जड़ी बूटी है। इसलिए आप इसे खुद इस्तेमाल कर सकते हैं। लेकिन बेहतर होगा कि आप डॉक्टर की सलाह से ही इसका इस्तेमाल करें।
एक कामोद्दीपक के रूप में प्रयोग किया जाता है
पुरुषों की कार्य शक्ति को बढ़ाने के लिए सफेद मूसली का प्रयोग आयुर्वेद में हजारों सालों से चला आ रहा है। पुरुषों की सेक्स प्रॉब्लम्स से जुड़ी लगभग हर समस्या में यह बेहद फायदेमंद है। इससे कई तरह के आयुर्वेदिक नुस्खे तैयार किए जाते हैं, जो पुरुषों के लिए काफी फायदेमंद होते हैं।
प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाना
सफेद मूसली के अंदर कई पोषक तत्व पाए जाते हैं. जिसका असर व्यक्ति के इम्यून सिस्टम पर दिखाई देता है। इसका सेवन करने वाले का इम्यून सिस्टम काफी मजबूत हो जाता है। खांसी, जुकाम, बुखार, लो स्टैमिना, लो स्ट्रेंथ जैसी समस्याओं में कमी आती है।
डिप्रेशन और एंग्जाइटी की समस्या में फायदेमंद
सफेद मूसली के अंदर कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। इनमें कुछ विशेष तत्व होते हैं, जो मस्तिष्क में ऐसे रासायनिक तत्वों के उत्सर्जन को बढ़ाते हैं, जो मन के भीतर खुशी पैदा करने का काम करते हैं। इससे डिप्रेशन और एंग्जाइटी जैसी समस्याओं में कई फायदे देखने को मिलते हैं।
पाचन संबंधी समस्याओं में लाभकारी
मूसली प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करती है। इस वजह से पाचन तंत्र भी काफी मजबूत हो जाता है। पेट दर्द, पेट खराब, डायरिया, गैस और एसिडिटी जैसी समस्याओं में यह बहुत फायदेमंद होता है।
पेशाब में जलन
मूसली के अंदर पुरुष प्रजनन प्रणाली को मजबूत करने वाले कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसलिए यह पेशाब की जलन में काफी फायदेमंद माना जाता है।
गठिया के दर्द में लाभकारी
मूसली का चूर्ण खाने से गठिया के दर्द में बहुत लाभ मिलता है। डॉक्टर इसका उपयोग गठिया की विभिन्न स्थितियों में बताते हैं। सफ़ेद मूसली की जड़ में सैपोनिन नामक यौगिक पाया जाता है। सैपोनिन में सूजन-रोधी और गठिया-रोधी गुण होते हैं, इसलिए यह हड्डियों के जोड़ों के दर्द में भी बहुत फायदेमंद होता है।
मां का दूध बढ़ाएं
जो माताएं अपने बच्चे के लिए पर्याप्त दूध का उत्पादन नहीं कर पाती हैं, उन्हें प्रसव के बाद मूसली का सेवन करना चाहिए। यह स्तनों में दूध बढ़ाने में मदद करता है।
वजन संतुलन
हमारा बढ़ता हुआ वजन कई बीमारियों की वजह होता है। इसकी वजह से हार्ट अटैक और कैंसर जैसी बीमारियां भी पैदा हो जाती हैं। अगर हम नियमित रूप से डॉक्टर की सलाह पर अपने खाने में मूसली का इस्तेमाल करते हैं तो अतिरिक्त वजन कम होने लगता है।
मधुमेह को नियंत्रित करें
डायबिटीज एक ऐसी समस्या है, जो इम्यून सिस्टम को कमजोर कर देती है। इससे कई बीमारियों का डर अपने आप ही बना रहता है। यदि सफेद मूसली का प्रयोग किया जाए तो यह तंत्र को मजबूत करती है। इससे मधुमेह नियंत्रण में रहता है।
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